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अगस्त में परमा और पुत्रदा एकादशी कब हैं? जानें उनका महत्व

अगस्त महीने में, हिन्दू धर्म में “परमा एकादशी” और “पुत्रदा एकादशी” नामक दो महत्वपूर्ण व्रत आते हैं। चलिए इनके महत्व और शुभ तिथियों को जानते हैं:

परमा एकादशी अधिकमास के कृष्ण पक्ष में पड़ती है, जो एक अतिरिक्त मास के रूप में जाना जाता है। 2023 में, परमा एकादशी 11 अगस्त को 05:06 AM से शुरू होकर 12 अगस्त को 06:31 AM तक रहेगी।

परमा एकादशी की शुभ पूजा समय:

परमा एकादशी की पूजा के लिए सबसे शुभ समय 12 अगस्त को सुबह 07:28 AM से लेकर 09:07 AM तक रहेगा।

परमा एकादशी का पारण समय:

परमा एकादशी के व्रत का पारण दिनांक 13 अगस्त को सुबह 05:49 AM से लेकर 08:19 AM तक होगा।

परमा एकादशी को उपासना किया जाता है और यह भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का अद्वितीय अवसर प्रदान करता है, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

पुत्रदा एकादशी:

पुत्रदा एकादशी सावन मास में चंद्रमा के वृद्धि के दिनों में आती है। यह एकादशी रक्षाबंधन के चार दिन पहले की जाती है। इसे मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से बिना पुत्र के जीवन बीतने वाले जोड़ों को पुत्र प्राप्ति की आशा पूरी होती है।

पुत्रदा एकादशी की शुभ तिथियाँ:

सावन मास की एकादशी की शुरुआत दिनांक 27 अगस्त को आधी रात 12:08 AM पर होगी और इसी दिन रात 09:32 PM पर इसका समापन होगा।

पुत्रदा एकादशी की पूजा का समय:

पुत्रदा एकादशी की पूजा का समय सुबह 07:33 AM से लेकर 10:46 AM तक रहेगा।

पुत्रदा एकादशी का पारण समय:

पुत्रदा एकादशी के व्रत का पारण दिनांक 28 अगस्त को सुबह 05:57 AM से लेकर 08:31 AM तक होगा।

परमा और पुत्रदा एकादशी दोनों ही हिन्दू परंपराओं में महत्वपूर्ण हैं और भक्ति और उपवास के साथ मनाए जाते हैं। इन एकादशी व्रतों का पालन करने से आध्यात्मिक शुद्धि, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।

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